Bollywood memories by Manoharji Bhatkar Part 5.....
02.06.2020
सुप्रभात 👏🙏🎩, *मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है....वही होता है मंजुरे खुदा होता है* यह सिनेमाघरों में सुनते थे तो लोगों के रोंगटे खडे हो जाते थे, *याद न जाये मेहबूब खान* 28 मई 1964 को मुंबई में 56 साल की कम उम्र में देहांत हुआ... उन्हें *श्रद्धांजलि अर्पित करते है*👏🌹, सुरत जिले के छोटे गाँव में गरीब परिवार में जन्मे मेहबूब बचपन मे घर से भागकर मुंबई में आये और फिल्मों में नसीब अजमाने लगे, दिग्दर्शन करते करते वह निर्माता बनें उन्होंने एक से बढकर एक *भव्य दिव्य संगीतमय* महिलाओं के समस्या पर आधारित फिल्मों का निर्माण किया और वह फिल्मे कामयाब रही, मुंबई में पहला स्टुडियो 1944 मे उन्होंने बांद्रा मे खडा किया, वह पहले निर्माता निर्देशक थे जिनकी फिल्म *ऑस्कर के लिए नामांकित* की गई नाम था *मदर इण्डिया*.... 👏🌹
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सुप्रभात 👏🙏🎩, *ॐ नमो शिवः* पर्दे पर सुनाके रोमांचित करने वाले भारतीय फिल्म सृष्टि के *शो मन रणबीर राज कपूर* जी का 2 जून 1988 देहान्त हुआ उनको *भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित* 👏🌹करते है, हो सकता है *अदाकारा निर्माता निर्देशक राज कपूर जी* के बारेमें आप सभी को अच्छी जानकारी होंगी, मै सिर्फ यह कहुगा उनके फिल्मों का आशय *समाजवाद* के आधार पर रहता था इसलिए आँखों में आँसू और चेहरे पर मुस्कराहट रहती थी, वह *रूस* मे काफी लोकप्रिय थे, अपने *आर के स्टुडियो* चेंबूर-मुंबई मे भव्य *इनडोर शुटिंग* कैसे करनेका वह उन्होंने अपने *आर्ट डायरेक्टर एम आर आचरेकर* जी को साथ लेके फिल्म इंडस्ट्री को दिखाया, 1951 की फिल्म *आवारा* का नजारा, संगीतकार *शंकर- जयकिशन* गाया है *लता मन्ना डे* जीने..... 👏🌹
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 6 जून 1919 को मशहूर कथा लेखक उर्दू शायर *राजेंद्र कृष्ण* जी का जन्म *सिमला* मे हुआ, ग्रेजुएट होके वह मुंबई आये और महापालिका में कारकून की नौकरी करने लगे, उन्हें फिल्म इंडस्ट्री मे गीत लिखनेका पहला मोका 1947 में मिला और उनका जलवा शुरू हुआ वह *तमिल भाषा* के ग्यानी थे इसलिए चेन्नई की मशहूर फिल्म कंपनी *AVM* ने उनसे 18 कथाए लिखाकर लिए, उस वक़्त के सभी संगीतकारों के साथ उन्होंने काम कीया था, *50 और 60* के दशक में वह चोटी पर थे उनके हर गाने ने उस वक़्त धुम मचाई थी, 300 के आस-पास फिल्मों के लिए उन्होंने काम कीया, वह *घोडे की रेस* के शौकीन थे और उन्हें उस जमाने में *45 लाख रूपयों का जॅकपॉट* लगा था इसलिए फिल्म इंडस्ट्री मे उन्हें *रईस शायर* कहाँ जाता था, उनकों अभिवादन करके 👏🌹🌹🌺
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 6 जून 1929 को मशहूर अदाकारा और निर्माता *सुनील दत्त* जी का जन्म पंजाब प्रांत में हुआ उन्हें नमन 👏🌹, बटवारे के समय परिवार के साथ वह पाकिस्तान छोड़कर लखनऊ आये वहाँ से रोजगार के लिए वह मुंबई में आये, यहाँ उन्होंने बस डेपो में बुकिंग कारकून का काम कीया था वह छोडकर यहाँ ही वह *रेडियों सिलोन* मे काम करने लगे यहाँ उनकी पहचान *निर्माता रमेश सहगल* से हुई उन्होंने दत्त जी को 1955 मे अपनी फिल्म *रेल्वे प्लैटफार्म* मे पहला मोका दिया, निर्माता निर्देशक *बी आर चोपडा* जीने उन्हें बुलंदी पर लाया, दत्त जी कीं सभी फिल्मे म्यूजिकल हिट हुई थी, *सामाजिक कार्य मे वह पत्नी नर्गिस जी के साथ रहते थे*, मुंबई से वह दो बार *सांसद चुने गये और केंद्रीय मंत्री* बने रहे. 🌹🌺
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 9 जून 1921 मशहूर उर्दू शायर *असद भूपाली* जी का जन्म म.प्र. की राजधानी *भोपाल* मे हुआ उन्हें आदरांजली अर्पित करते है 👏🌹, उनका सही नाम असदुल्लाह खाँ था वह 1949 मे मुंबई आये और *साहिर लघुयानवी* जिस हॉस्टल में रहते थे वहाँ रहने लगे दोनों की अच्छी दोस्ती थी, उन्हें 1951 मे पहला मोका निर्माता निर्देशक *बी आर चोप्रा* जी ने अपनी फिल्म *अफसाना* मे दिया वह फिल्म सुपरहिट हुई और असदजी का सिलसिला शुरू हुआ, उनके जमाने के हर संगीतकारों के लिये उन्होंने काम कीया खासतौर पर *लक्ष्मी प्यारे* के लिये जादा, 1990 तक करीबन 100 के आस-पास फिल्मों के लिए उन्होंने काम किया .
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 9 जून 1991 को मशहूर निर्माता निर्देशक पटकथा लेखक *राज खोसला* जी का देहान्त मुंबई में हुआ, उन्हें श्रद्धांजली अर्पित करते है 👏🌹, पंजाब प्रांतके लुधियाना में जन्मे वे *शास्त्रीय गायक* थे वह मुंबई में आये और *ऑल इंडिया रेडिओ* पर काम करने लगे वहाँ *देव आनंद* से उनकी पहचान और गहरी दोस्ती हुई, देव आनंद ने उन्हें सलाह दी आप गायन की चक्कर में मत रहना दिग्दर्शक का काम करों और देव आनंद ने उन्हें अपने दोस्त *गुरु दत्त* जी का असिस्टेंट बना दिया, उनके मेहनत का तरीका देखकर गुरु दत्त ने उन्हें अपनी फिल्म *C. I. D* का दिग्दर्शन सौंपा दिया वह फिल्म जबरदस्त सुपरहिट हुई और उनका 1955 से 80 तक जलवा चलते रहा, उन्होंने बनाईं हुई सभी फिल्मे म्यूजिकल सुपर डुपर हिट शाबीत हुई *राजेश खन्ना* जी को *सुपरस्टार* बनाने में उनका योगदान रहा सुनिये उनका यह गाना 1969 की फिल्म *दो रास्ते*..... उस वक़्त ऑर्केस्ट्रामे मै अनाऊसींग का काम करता था *छुप गये सारे* बस इतना ही कहने से लोग *तालियों की कडकडाहट और शिट्टीया* बजाना शुरू करते थे यह मैने अपनी आँखो से देखा..... 👏🌹
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 7 जून 1935 को खुबसूरत अदाकारा *शामा* जी का जन्म लाहौर मे हुआ, उनका सही नाम था *खुर्शीद अख्तर* निर्माता निर्देशक *विजय भट* जी ने उनका नाम रखा **शामा** उन्हें बचपन से नृत्य का शौक था वह 1940 में लाहौर से मुंबई आई और बालकलाकार के रूप में 1945 फिल्म *जीनत* से शुरुआत की, 50 और 60 के दशक में वह चोटी पर थी और उनकीं सभी फिल्मे कामयाब रही, 1953 मे उन्होंने मशहूर *सिनेमेटोग्राफर फली मिस्त्री* से शादी की, अपने 35 साल के कारकीर्द मे उन्होंने करीबन 200 फिल्मों में काम कीया उनके स्मृति को अभिवादन करतें है 👏🌹🌺🌹
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 9 जून 1912 मशहूर संगीतकार **वसंत देसाई** जी का जन्म *सावंत वाडी संस्थान* कुडाल-सिंधुदुर्ग मे हुआ उन्हें आदरांजली अर्पित करते है 👏🌹, उन्हें शास्त्रीय संगीत का ग्यान था, उन्होंने **खाँ साहिब अमिर खाँ, उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ, पं. भीमसेन जोशी** जी का अपने संगीत मे योगदान लिया, उन्होंने 1930 में **खूनी खंजिर** मुक फिल्म में अभिनय कीया था और फिल्म **अंमृत मंथन** मे गाना गाया था, **प्रभात** फिल्म कंपनी से वह शुरुआत से जुड़े थे, 1942 मे **वाडिया ब्रदर्स** की फिल्म **शोभा** से वह अकेले संगीत देने लगे, हिंदी फिल्म जगत के वह पहले संगीतकार रहे जो क्लासिकल फिल्म **झनक झनक पायल बाजे** को संगीत देके सुपरहिट करने में कामयाब रहे, *पंजाब सरकार* ने उनका गाना **ऐ मालिक तेरे बंधे हम** अपनी स्कूलों में प्रार्थना गीत बनाया, उन्होंने 54 हिंदी, मराठी फिल्म और मराठी **संगीत नाटक** अपने योगदान से अजरामर कीये, **शिवाजी पार्क-दादर मे वह स्कूली बच्चों से समूह गान** गवाके लेते थे... 🌹🌺
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सुप्रभात 👏🙏🎩, *{भाग दुसरा}* 9 जून 1912 मशहूर संगीतकार **वसंत देसाई** जी का जन्म *सावंत वाडी संस्थान* कुडाल-सिंधुदुर्ग मे हुआ उन्हें आदरांजली अर्पित करते है 👏🌹, उन्हें शास्त्रीय संगीत का ग्यान था, उन्होंने **खाँ साहिब अमिर खाँ, उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ, पं. भीमसेन जोशी** जी का अपने संगीत मे योगदान लिया, उन्होंने 1930 में **खूनी खंजिर** मुक फिल्म में अभिनय कीया था और फिल्म **अंमृत मंथन** मे गाना गाया था, **प्रभात** फिल्म कंपनी से वह शुरुआत से जुड़े थे, 1942 मे **वाडिया ब्रदर्स** की फिल्म **शोभा** से वह अकेले संगीत देने लगे, हिंदी फिल्म जगत के वह पहले संगीतकार रहे जो क्लासिकल फिल्म **झनक झनक पायल बाजे** को संगीत देके सुपरहिट करने में कामयाब रहे, *पंजाब सरकार* ने उनका गाना **ऐ मालिक तेरे बंधे हम** अपनी स्कूलों में प्रार्थना गीत बनाया, उन्होंने 54 हिंदी, मराठी फिल्म और मराठी **संगीत नाटक** अपने योगदान से अजरामर कीये, ** . 🌹🌺
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 15 जून 1929 खुबसूरत अदाकारा और गायिका **सुरैया**जमाल शेख का जन्म पंजाब प्रांत के गुजरनवाला इलाके मे हुआ, वह हिन्दी फिल्म जगत की पहली महिला सुपरस्टार रूप और सुरों की बेताज मल्लिका थी, वह मामू के साथ बचपन में मुंबई आई और **जे.बी.पेट्टीट हाईस्कूल ** फोर्ट पढाई पुरी की और मामू के पहचान से बाल कलाकार के रूप में 1936 मे कदम रखा वह 1963 तक चलते रहा, अपने जमाने के **दिलीप राज देव** के साथ उन्होंने काम कीया, और उस वक़्त के सभी संगीतकारों के साथ काम कीया था, 3 मई 2013 को भारत सरकारने उनकी **तस्वीर छपकर डाक टिकेट** निकलकर उन्हे नवाजा था, उनके स्मृति को अभिवादन करतें है 👏🌹, देवआनंद-सुरैया जीवन साथी नही बन पाये..... 🌹🌺
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 16 जून 1920 मशहूर गायक संगीतकार फिल्म निर्माता **हेमंत कुमार** मुखोपाध्याय जी का जन्म बंगाल के बहारू गाँव मे हुआ, उन्हें आदरांजली अर्पित करते है 👏🌹, उनके बडे भाई म्युजिक कंपोजर थे, हेमंत दा ने इंजीनियरिंग की पढाई पुरी की लेकिन संगीत क्षेत्र में कैरिअर करने का फैसला लिया, वोह 1940 *इप्टा* मे शामिल हुए वहाँ उन्हें **सलिल चौधरी** जैसे दोस्त मिलें, 1937 मे **कोलंबिया कं.** ने उनका गाया हुआ बंगाली गाने की रेकॉर्ड बनाईं, उन्हें **व्ही.शांताराम** जी ने मुंबई बुलाया, हिंदी फिल्म *अमोल* के लिए पहला गाना गाया संगीतकार थे **पं.अमरनाथ**, उन्हें संगीत देने का पहला मोका दिया 1945 मे **फिल्मीस्थान** ने **आनंद मठ** के लिए, यह फिल्म का लताजी ने गाया हुआ *वंदे मातरम्* गाना जबरदस्त हीट हुआ, और उनका जलवा शुरू हुआ, **एस डी बर्मन** जीने *देव आनंद* के लिए उनके आवाज़ का अच्छा इस्तेमाल किया वह सभी गाने सुपरहिट हुए, उन्होंने गायें हुए गीत संगीत दिए हुए फिल्म और निर्माण किये हुए सिनेमा काफी लोकप्रिय हुए, उन्हें **बेस्ट मेल सिंगर का नॅशनल अवार्ड** दो बार मीला, उन्हें **पद्मश्री** और **पद्मभूषण** से नवाजा गया था.. 🌹🌺
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18.06.2020
सुप्रभात 👏🙏🎩, दोस्तों पुरे देश में *कोरोना* बिमारी ने कहर मचाया है इसलिए सरकार ने *लॉक डाऊन* किया हैं, सभी नागरिक अपने अपने घरों में रूके है, कारोबार ठप्प है लेकिन हमारे कलाकार *भाई-बहन* गाना गायक हो, बाजा बजाने वाले हो, नृत्य करने वाले हो या रंगकर्मी और जादूगर हो अपनी कला का रियाज घर में करते रहते है, ऐसे ही मेरे दोस्त मशहूर जादूगर **विनयराज** जी साधना कर रहे है 😂🤣, आज उनका **जन्म दिन** है उन्हें मुबारक बाते देते है *Happy Birthday* 🎂🌹🌺👏
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19.06.2020
सुप्रभात 👏🙏🌹, मेरा दोस्त मशहूर क्रिकेटर (फिरकी गोलंदाज) **पद्माकर शिवलकर उर्फ पॅडी** हम दोनों *प्रभादेवी* मे रहते है, *टाटा स्पोर्ट्स* के तरफ वह खेलता था और फोर्ट के टाटा कार्यालय में नौकरी करता था उनकी आवाज़ अच्छी थी और वह ऑर्केस्ट्रा में **मोहम्मद रफी जी** का गाना गाते थे, उनके पास देड सप्तक की हार्मोनियम है वह बजाकर रियाज करते थे, वह खुद कार्यक्रम लेकर करते थे और साथ मे मुझे भी मौका देते थे अच्छी अच्छी जगह हम लोगोंने कार्यक्रम किये, उनके ज्यादा पसंदीका फिल्म **दीदार** का गाना था इस गानें पर उन्हे बहुत तालियां और फर्माइश मिलती थी ...... 🌹🌺
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 60 और 70 के दशक मे मुंबई में *ऑर्केस्ट्रा के अच्छे अच्छे ग्रुप थे,* और हरएक ग्रुप के पास अच्छे कलाकार रहते थे और उनकीं *रिहर्सल चलती रहती थी* ऐसा ही एक ग्रुप जिसका नाम था **संदीप ऑर्केस्ट्रा** इसे चलाते थे **कै.चंद्रकांत वत्स** वोह खुद **मेंडोलीन और स्पॅनिश गिटार** बजाते थे, उनके ग्रुप मे ऱ्हिदम के लिए *विनू राणे,आण्णा आचरेकर और विजय शिर्के* मेलडी के लिए *बाबा पांचाल,बाबा सावंत,हनु और नरेंद्र हिंगवाला* मिमिक्री के लिये *गजानन नार्वेकर और मनोहर भाटकर जादूगर* गाने के लिए *सरला कोचरेकर,बैजु, राजन मानकामे और अरूण तलवडेकर* रहते थे, आज उनका लडका **राजेश वत्स** टॉप का *ऑर्गन प्लेअर* है, उनके कार्यक्रम मे **बैजु** मोहम्मद रफी जी के गाने बहुत बेहतरीन गाता था उसके लिये टालीयोंकी कडकडाहट और पैसों की बरसात होती थी यह मैने अपनी आँखो से देखा है👏🌹🌺
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सुप्रभात 👏🎩, मुंबई का *गिरगाव* मोहल्ला अंग्रेजों के जमाने से **सांस्कृतिक** और **राजनीतिक** कार्य का केंद्र बिंदु रहा है, गिरगाव मे बहुत अच्छे *कलाकार* कला के हरएक क्षेत्र में निर्माण हुए, उनमें चोटीपर थे मेरे दोस्त **झंकार ऑर्केस्ट्रा** के निर्माता **विनोद गिध** वह खुद *अॅकॉर्डियन* बजाते थे, *लँग्मिंटन रोड टोपीवाला लेन* मे उनके घरपर ग्रुप की रिहर्सल होती थी, यह एकमात्र ऑर्केस्ट्रा था जो *व्हायोलिन* का ताफा रखता था, लताजी के पहले रिकॉर्डिंग से व्हायोलिन बजानेवाले *बाल साठे*, *नंदु चवाथे*,गाने के लिए *अनुराधा पौडवाल, अनुपमा देशपांडे* ये दोनों बाद में प्लेबैक सिंगर बने, मिमिक्री के लिये *माधव मोघे* कभी-कभी *बाबा नेरूरकर और मनोहर भाटकर जादूगर* रहते थे, करीबन 25-30 कलाकार एकसाथ काम करते थे, *विनोदजी शंकर-जयकिशन जी* के चहाते थे इसलिए चालु गाने के साथ साथ व्हायोलिन का इस्तेमाल करके उनके बेहतरीन गाने **ओपन कलामंच** पर पेश करते थे 👏🌹🌹🌹
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सुप्रभात 👏🎩, **{२ भाग}** मुंबई का *गिरगाव* मोहल्ला अंग्रेजों के जमाने से **सांस्कृतिक** कार्य का केंद्र बिंदु रहा है, गिरगाव मे बहुत अच्छे *कलाकार* कला के हरएक क्षेत्र में निर्माण हुए, उनमें थे मेरे दोस्त **झंकार ऑर्केस्ट्रा** के निर्माता **विनोद गिध** वह खुद *अॅकॉर्डियन* बजाते थे, *लँग्मिंटन रोड टोपीवाला लेन* मे उनके घरपर ग्रुप की रिहर्सल होती थी, यह एकमात्र ऑर्केस्ट्रा था जो *व्हायोलिन* का ताफा रखता था, लताजी के पहले रिकॉर्डिंग से व्हायोलिन बजानेवाले *बाल साठे*, *नंदु चवाथे*,गाने के लिए *अनुराधा पौडवाल, अनुपमा देशपांडे* ये दोनों बाद में प्लेबैक सिंगर बने, मिमिक्री के लिये *माधव मोघे* कभी-कभी *बाबा नेरूरकर और मनोहर भाटकर जादूगर* रहते थे, करीबन 25-30 कलाकार एकसाथ काम करते थे, *विनोदजी शंकर-जयकिशन जी* के चहाते थे इसलिए चालु गाने के साथ साथ व्हायोलिन का इस्तेमाल करके उनके बेहतरीन गाने **ओपन कलामंच** पर पेश करते थे 👏🌹🌹🌹
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 25 जून 1924 मशहूर संगीतकार **मदनमोहन ** चुनीलाल कोहली जी का जन्म *मेसापोटेमिया (इराक)* में रईस घर में हुआ था, वहाँ से उनका परिवार रावलपिंडी में आया, बचपन से उन्हें संगीत का शौक था, राज कपूर,नर्गिस,सुरैया उनके बाल साथी थे, 1943 मे वह सेना मे भर्ती हुए, फालनी के बाद अपने परिवारों के साथ मुंबई आये, उनके पिता राय बहादूर चुनीलाल *बॉम्बे टॉकिज* के भागीदार थे, मदनमोहन लखनऊ आकाशवाणी पर कार्यरत थे वहाँ उनकी पहचान *उस्ताद फैयाज खाँ,बेगम अख्तर,तलत मेहमूद* जी से हुई, उन्होंने संगीतकार **शाम सुंदर,एस डी बर्मन,सी रामचंद्र** जी के पास असिस्टेंट का काम किया, उन्होंने **लता रफी तलत** और **शायर राजा मेंहदी अली खाँ,राजेंद्र कृष्ण,कैफी आझमी** जी के साथ बेहतरीन काम कीया, उन्होंने 1950 फिल्म **आँखे ** पहला संगीत दिया वह सिलसिला 1970 तक रहा, फिल्मों में सबसे जादा *बेहतरीन गजल* उन्होंने दिये, उनके स्मृति को अभिवादन करतें है 👏🌹 💕🌹🌹🌹.
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26.06.2020
सुप्रभात 👏🙏🎩, मुंबई में *खुली जगह और थिएटर* मे कार्यक्रम करनें वाला और एक बेहतरीन ग्रुप था *विजय भेंडे* प्रस्तुत **यादों की महफिल** इस ऑर्केस्ट्रा में काम करने वाले सभी कलाकार नौकरी करके कार्यक्रम करते थे उनकीं रिहर्सल **माहीम -सितला देवी टेंपल** विजय भेंडे जी के घरमें होती थीं, वह खुद गिटार और कोंगो बजाते थे, मेंडोलीन *प्रदीप छापवाले* सैक्सोफोन *अशोक मुरकर* अॅकॉर्डियन *ज्योती पेणकर* ऑर्गन *फोडकर* गिटार *श्रीरंग अरस* बासरी और गाना *अरविंद मुखेडकर* थुंबा *विजय पाटकर* ड्रम सेट *जया समेळ* गाने के लिए *प्रा.अशोक खरे,नंद किशोर कदम* और *संध्या राव* कभी-कभी *मनोहर भाटकर* जादू के लिए और अपनी खासा हँसी-मजाक के अंदाज़ से यह कार्यक्रम को उंचाईतक लेके जानेवाले हरफनमौला अदाकारा मिमिक्री आर्टिस्ट *ब्रॅण्डी-व्हिस्की याने रत्नाकर पिळणकर* नया गानें के साथ पुराने गाने को लोग बहुत पसंद करते थे, नंदकिशोर और संध्या जी का यह गाना वन्समोअर लेता था 🌹🌹.
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 27 जून 1939 मशहूर हरफन मौला संगीतकार **राहुल देव बर्मन** (पंचम) जी का जन्म दिन हम उन्हें आदरांजली अर्पित करते है.... 👏🌹, उनके बारेमें आप सभी को अच्छी जानकारी है, अपनी पिता जी के असिस्टेंट रहे... वह *माऊथ ऑर्गन* अच्छा बजाते थे *गाना अच्छा गाते* थे और **यशस्वी संगीतकार** थे, उन्हें स्वयं संगीत देने का पहला मोका दिया 1961 को *मेहमूद * ने फिल्म का नाम था **छोटे नबाब** यह दोनों दिख रहे 1965 मेहमूद की फिल्म **भूत बंगला** में... सुनें 🌹
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सुप्रभात 👏🙏🎩, *[Part Two]* मुंबई में *खुली जगह और थिएटर* मे कार्यक्रम करनें वाला और एक बेहतरीन ग्रुप था *विजय भेंडे* प्रस्तुत **यादों की महफिल** इस ऑर्केस्ट्रा में काम करने वाले सभी कलाकार नौकरी करके कार्यक्रम करते थे उनकीं रिहर्सल **माहीम -सितला देवी टेंपल** विजय भेंडे जी के घरमें होती थीं, वह खुद गिटार और कोंगो बजाते थे, मेंडोलीन *प्रदीप छापवाले* सैक्सोफोन *अशोक मुरकर* अॅकॉर्डियन *ज्योती पेणकर* ऑर्गन *फोडकर* गिटार *श्रीरंग अरस* बासरी और गाना *अरविंद मुखेडकर* थुंबा *विजय पाटकर* ड्रम सेट *जया समेळ* गाने के लिए *प्रा.अशोक खरे,नंद किशोर कदम* और *संध्या राव* कभी-कभी *मनोहर भाटकर* जादू के लिए और अपनी खासा हँसी-मजाक के अंदाज़ से यह कार्यक्रम को उंचाईतक लेके जानेवाले हरफनमौला अदाकारा मिमिक्री आर्टिस्ट *ब्रॅण्डी-व्हिस्की याने रत्नाकर पिळणकर* नया गानें के साथ पुराने गाने को लोग बहुत पसंद करते थे, प्रा.अशोक खरे जी का यह गाना वन्समोअर लेता था 🌹🌹.
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सुप्रभात 👏🙏🎩, *[Part -3 ]* मुंबई में *खुली जगह और थिएटर* मे कार्यक्रम करनें वाला और एक बेहतरीन ग्रुप था *विजय भेंडे* प्रस्तुत **यादों की महफिल** इस ऑर्केस्ट्रा में काम करने वाले सभी कलाकार नौकरी करके कार्यक्रम करते थे उनकीं रिहर्सल **माहीम -सितला देवी टेंपल** विजय भेंडे जी के घरमें होती थीं, वह खुद गिटार और कोंगो बजाते थे, मेंडोलीन *प्रदीप छापवाले* सैक्सोफोन *अशोक मुरकर* अॅकॉर्डियन *ज्योती पेणकर* ऑर्गन *फोडकर* गिटार *श्रीरंग अरस* बासरी और गाना *अरविंद मुखेडकर* थुंबा *विजय पाटकर* ड्रम सेट *जया समेळ* गाने के लिए *प्रा.अशोक खरे,नंद किशोर कदम* और *संध्या राव* कभी-कभी *मनोहर भाटकर* जादू के लिए, और अपनी खासा हँसी-मजाक के अंदाज़ से यह कार्यक्रम को उंचाईतक लेके जानेवाले हरफनमौला अदाकारा मिमिक्री आर्टिस्ट *ब्रॅण्डी-व्हिस्की याने रत्नाकर पिळणकर* नया गानें के साथ पुराने गाने को लोग बहुत पसंद करते थे, *अशोक खरे,नंदकिशोर कदम और रत्नाकर पिळणकर* यह गाने पर धुम मचाके वन्समोअर लेते थे ... 🌹🌹
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सुप्रभात 👏🙏🎩, 30 जून 1928 मशहूर संगीतकार **कल्याण जी विरजी शहा** जन्म दिन उन्हें आदरांजली अर्पित करते है... 👏🌹, उनके पिता कच्छ - गुजरात से परिवार के साथ मुंबई के *गिरगाव* मे आ बसे और किराणा दुकान चलाने लगे, घर मे संगीत का माहोल था, *भारत में पहली ऑर्केस्ट्रा पार्टी उन्होंने शुरू कीं* वह व्हायोलिन बजाते थे और संगीतकार **हेमंत कुमार** जी के असिस्टेंट रहे, फिल्म *नागिन* की *बिन की धुन* क्ले व्हायोलिन पर बजाके वह मशहूर हुये और स्वतंत्र संगीत **सम्राट चंद्रगुप्त** को दिया, इस फिल्म के सभी गाने सुपरहिट हुए और उनकीं दौड शुरू हुई वह उनके आखिरी तक थी, उनका यह बेहतरीन गाना सुनिये .🌹🌹
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